Tuesday, 6 March 2012

Dilon ki doori

कोई पास होकर भी पास नहीं होता
कोई कभी साथ होकर भी साथ नहीं होता
कहने को तो मिलते हैं हज़ारो लोग
लेकिन हर कोई दिल को ख़ास नहीं होता


ऐ दिल तू समझने की कोशिश तो कर
साथ चलने की हिम्मत तो कर
जिंदगानी भी चल पड़ेगी यूँ ही
तू अतीत से निकलने की चाहत तो कर


तेरा दर्द इतना बढ़ गया है की
गैरों के भी आसुँ आ जाते हैं
समझ में ये नहीं आ पाता
कैसे लोग तुझे तोड़ जाते हैं


ये प्यार भी कैसे-कैसे काम करवाता है
कैसे किसी को देवदास बनाता है
फिर बाद में वो रो-रो कर
बस पारो-पारो चिल्लाता है

सम्भल जा ऐ दिले-नादाँ
नहीं हैं वो तेरे अपने
मत देख लेना कभी भूलकर भी
पुरे न हो सकने वाले हसीन सपने


उन सपनो के और दिल के
टूटने की आवाज नहीं होती
पर जब चुभती हैं उसकी फ़ासें दिल में
तब कोई फरियाद पूरी नहीं होती

किसी से की हुई वफाओं का
ये अंजाम हुआ
वो निकल गया पतली गली से
मैं सरेआम बदनाम हुआ


मेरे दिल के आशियाने को
इस कदर से रौंद गए हैं वो
की मुसाफिरों का रहना भी
नामुमकिन है अब तो


दिलों की दुरी मीलों में नहीं मापी जाती
दिल जब मिल जाते हैं तो साँसे भी नज़र नहीं आती

Wednesday, 29 February 2012

Ek kissa jindagi ka

बचपन में सुनते थे परियो वाली कहानी
उसमे होता था एक राजा और उसकी एक रानी


राजकुमारी के सपनो में होता था एक राजकुमार
जो अंत में जीत ही जाता था हरा कर सारी हार


सच्ची लगती थी सारी कहानियां
सुनते थे जो दादी नानी की जुबानियाँ


लगता था एक दिन कोई आएगा सफ़ेद घोड़े पर होकर सवार
ले जायेगा वो भी हमें करवा कर सोलह श्रृंगार

बड़े हुए तो उन कहानियो का मर्म जाना
नही उनमे कोई सच्चाई ये पहचाना


नहीं होता कोई राजकुमार
नहीं आता वो सफ़ेद घोड़े पर होकर सवार


वो किस्से कहानियों की बातें थीं
हमें बहला कर सुलाने की राहें थीं


नहीं यकीन आता प्यार पर
सब दगियानुसी बातें हैं


अब प्रेक्टिकल जमाना आया है
एस एम् एस पर प्यार दोहराया जाता है

मोबाइल गेनेरातिओं है, आज लगाव, कल इजहार
फिर इकरार, फिर ब्रेक-अप कर अपना पीछा छुड़ाना है

राजा-रानी को खबर नहीं होती
राजकुमारी कब जागती, कब है सोती


भाग दौड़ की दुनिया में
सच से दूर सपनो के करीब हो गए


पैसो के अमीर
दिल से गरीब हो गए


पैसो के अमीर
दिल से गरीब हो गए





Sunday, 22 January 2012

Unka Hona

इन आँखों में उनके बस जाने के बाद
इस दिल के कहीं लग जाने के बाद
जिंदगी के रंगों में एक रंग और घुल गया
एक प्यार भरा नशा सर चढ़ गया

इस रोग के लग जाने के बाद
उनसे प्रीत हो जाने के बाद
मन के आँगन में एक कमल और खिल गया
इस सफ़र में एक हमसफ़र मिल गया

उनका साथ मिल जाने के बाद
उनके सपनो में खो जाने के बाद
मन की बगिया में फुल खिल गए
दिल और दिमाग में सिर्फ वो बस गए

उनकी चाहत को चाहने के बाद
उस मुस्कराहट पर मिट जाने के बाद
मेरी मुस्कराहट और महक गयी
जीवन में उनकी खुशबू बस गयी

इस खुशबू के बस जाने के बाद
उनके ही उनके ख्यालो में खो जाने के बाद
जीवन रस में प्रेम रस और खुल गया
मेरे ह्रदय पर उनका महल बन गया

उनके महल के बन जाने के बाद
उनकी स्वीकृति मिल जाने के बाद
बस अब उनका यूँही इन्तजार रहता है
बस उनके मिल जाने के बाद